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मुरवारी पंचायत में हुये भ्रष्टाचार की जांच करने में कतरा रहे अधिकारी कार्यों का पता नहीं, फर्जी बिल लगाकर सरपंच-सचिव ने आहरित कर ली राशि 

लोकेशन ढीमरखेड़ा

कटनी से सौरभ श्रीवास्तव की रिपोर्ट

 

 

 

 

पूर्व में भी शिकायतकर्ता ने की थी शिकायत

 

कटनी (ढीमरखेड़ा) –ग्राम पंचायत मुरवारी में सररपंच-सचिव की संगामित्ती से लाखों रुपए के भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है। कागजों में कई कार्य दर्शाकर राशि राशि आहरित कर ली गई है। सरपंच-सचिव के द्वारा फर्जी वेंडरों के बिल लगाकर राशि आहरित कर शासन को लाखों रुपए की क्षति पहुंचाई गई है। शिकायतकर्ता के द्वारा पूर्व में भी मुख्य कार्यपालन अधिकारी ढीमरखेड़ा के समक्ष शिकायत की गई थी जिसमें किसी तरह की कोई कार्यवाही एवं जांच नहीं की गई है।

 

कार्यवाही न होने के कारण शिकायतकर्ता के द्वारा पुन: शिकायत करते हुये दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की गई है। शिकायतकर्ता मुरवारी निवासी अनंतराम काछी एवं अन्य ग्रामवासियों के द्वारा शिकायत में बताया गया कि ग्राम पंचायत मुरवारी ज०पं० ढीमरखेड़ा में ग्राम सरपंच व सचिव के द्वारा धड़ल्ले से भ्रष्टाचार किया जा रहा है जिसमें ग्राम हित में कार्य हेतु जो शासन से ग्राम पंचायत को राशि प्रदान की जाती है उसमें से मात्र 50 प्रतिशत राशि का उपयोग ग्रामहित के कार्यों में उपयोग किया जाता है एवं शेष राशि से अपना जेब गर्म किया जाता है।

 

ये लगाये गये फर्जी बिल

सरपंच-सचिव के द्वारा विक्रेता ताराचंद साहू पिता नोखे लाल के बिल लगाये गये है जिसका आईडी क्रमांक- 338847 है जिसमें समय-समय पर इस तरह से भुगतान किया गया है- बिल क्रमांक 1. 14367143 राशि 15810, 2. 13400571 राशि 1500 , 3. 13400539 राशि 9000, 4. 13361266 , राशि 9000, 5. 13361283 राशि 8700, 6. 12878481 राशि 1800, 7. 12513454 राशि 1800, 8. 12513466 राशि 900, 9. 12450356 राशि 1800, 10. 12403967 राशि 1800, 11. 12368954 राशि 1800, कुल राशि 53280 रुपए के फर्जी बिल लगाकर राशि आहरित की गई है। इसी तरह से बिसरती बाई नामक महिला के नाम से भी फर्जी बिल लगाये गये है जिसकी आई डी कमांक-3188206, बिल क्रमांक- 14367135 राशि 15180 आहरित की गई, इसी प्रकार सोनम बाई काछी महिला के नाम से बिल लगाये है जिसका आईडी क्रमांक- 3188230, बिल क्रमांक- 14367122, राशि- 15180। निशांत लोधी पिता अजय लोधी जो सरपंच का पुत्र है इसके नाम से भी राशि आहरित की गई है जिसका बिल क्रमांक- 12450318, राशि 50400 निकाली गई है।

 

मजदूर का वेंडर बनाकर आहरित कर ली राशि

उपर वर्णित सारणी अनुसार विक्रेता कमांक 1 ताराचंद साहू न ही कोई व्यापारी है और न ही उसकी कोई समिति आदि है वह सिर्फ एक किसान एवं ग्राम पंचायत कार्यों में मेट का कार्य करने वाला मजदूर है। इसी तरह विक्रेता कमांक 2 जो ताराचंद साहू की ही पत्नि है। इसी प्रकार विक्रेता कमांक 3 सोनम बाई काछी अंजान हैं ये कौन सी व्यापारी है या फिर इनसे ग्राम विकास कार्य का कौन सी सामग्री ली गई है इसकी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। विक्रेता कमांक 4 स्वयं ही वर्तमान

 

ग्राम सरपंच का पुत्र है जिसकी स्वयं की ट्रेडर्स की दुकान है जिनको 6 नडेप (कूड़ादान) कार्य की सामग्री का भुगतान किया गया है किंतु ग्राम में सिर्फ 4 नडेप (कूड़ादान) का ही निर्माण कार्य किया गया है शेष 2 की कोई जानकारी प्राप्त नहीं है।

मनरेगा में भी चल रहा फर्जी हाजिरी का खेल

शिकायत में बताया गया कि ग्राम में अन्य भ्रष्टाचार भी चरम सीमा पर है, जिसमें ग्राम के विकास कार्यों में सरपंच अपने स्वयं के पुत्र एवं पत्नि आदि को मजदूरी कार्य में शामिल नहीं कर सकता न ही अपने जॉब कार्ड में पुत्र एवं पत्नि की हाजरी लगा सकते इसका उल्लघंन करते हुये ग्राम सरपंच अपनी मनमानी व भ्रष्टाचार करते हुये अपने दो पुत्र प्रशांत लोधी एवं नीरज लोधी का जॉब कार्ड क्रमांक 351/ए में हाजरी चढ़ाते हुये मजदूरी राशि प्रदान की जा रही है।

 

जबकि ग्राम सरपंच के दोंनो पुत्र ग्राम रोजगार कार्य में जाते ही नहीं। इसी तरह की कई और अनियमित्ताएं ग्राम पंचायत मुरवारी सरपंच अजय पटेल, सचिव बशरूलहक मंूसरी के द्वारा की जा रही है बावजूद इसके प्रशासन कुंभकर्णी निद्रा में सो रहा है। शिकायत सौंपकर ग्रामवासियों के द्वारा मांग की गई है कि फर्जी बिल लगाकर शासन की राशि का दुरूपयोग करने वाले सरपंच-सचिव और फर्जी वेंटरों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करके वसूली की कार्यवाही की जाये।

शिकायत को अधिकारी कर रहे अनदेखा

शिकायतकर्ता ने बताया कि मेरे द्वारा दिनांक 2 जून को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा के समक्ष शिकायत की गई थी जिसमें न तो कोई कार्यवाही की गई और न ही जांच संस्थित की गई। कोई कार्यवाही नहीं होने के कारण शिकायतकर्ता के द्वारा पुन: उपरोक्त बिन्दुओं में शिकायत करते हुये दोषियों के विरूद्ध जांच संस्थित करते हुये कार्यवाही की मांग की गई है।

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